Читать книгу एक मोहक चुम्बन. चिरस्थायी विरासत онлайн
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“ज़्यादा नहीं। छः काफी होनी चाहिए।“ माँ ने अपने आटे को पलटा और दोबारा मुट्ठियों से कुचल कुचल कर गूँधने लगीं। “हमारे पास चार ब्रेड के ऑर्डर हैं। दो हवेली के लिए, और एक-एक सराय और मिसेज़ मुहो के लिए। एक-दो ज़्यादा बनाकर तैयार रखना अच्छा होता है।“
रसोई की गर्मी से मुआह के माथे पर पसीने की बूंदें आ गई थीं, लेकिन उसने उन्हें पोंछने की हिम्मत नहीं की। आटे को गूँधते-गूँधते उसने एक तेज़ साँस छोड़ी, फिर खिड़की के बाहर नज़र डाली। आसमान में सूरज चढ़ आया था और गाँव पर तेज़ी से चमक रहा था।
“तुम्हें शिकायत नहीं करनी चाहिए मुआह।“ लिली ने माथे से एक लट हटाई जिससे उसके माथे पर सफ़ेद पाउडर की एक और लकीर खिंच गई। “हम खुशकिस्मत हैं कि गाँव के इतने सारे लोग हमारी बेकरी से सामान खरीदते हैं।“
“मैं शिकायत नहीं कर रही थी।“ मुआह ने अपनी जुड़वाँ बहन की तरफ देखा। “केवल एक सवाल पूछ रही थी।“
फ्रांस उसे रास आया था- उन सभी को। स्कॉटलैंड से फरार होने के बाद के वर्षों में उन्होंने यहाँ एक आरामदायक घर बना लिया था और एक स्थिर आय का साधन भी। दा के पास अपनी लोहार की दुकान थी और ऐलिस आंटी, जो सालों पहले उनकी माँ बन गई थीं, अपनी ब्रेड और पेस्ट्रीज़ बेच कर घर की आमदनी में सहयोग करती थीं।